रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा सादगी, सरलता, नैतिकता, सत्य, अहिंसा की प्रतिमूर्ति, भारत रत्न, देश के पूर्व प्रधानमंत्री, किसानों, मजदूरों, पिछड़ों, दलितों, प्रताड़ितों के मसीहा, गाँव, गरीब की आवाज चौधरी चरण सिंह का जन्म –दिन “जाति तोड़ो, जमात जोड़ो” दिवस के रूप में समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट के नेतृत्व में आयोजित किया गया, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समाजवादी चिन्तक, संस्था के संस्थापक /अध्यक्ष राम दुलार यादव शिक्षाविद रहे, अध्यक्षता समाजसेवी जगन्नाथ प्रसाद ने, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने, संचालन श्रमिक नेता अनिल मिश्र ने किया, सभी साथियों ने किसान मसीहा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें स्मरण करते हुए उनके द्वारा देशहित, जनहित में किये गये कार्यों की सराहना करते हुए, उनके प्रेरणादायक सन्देश को जन-जन तक पहुँचाने तथा स्वयं आत्मसात करने का संकल्प लिया, ताहिर अली ने “ज्ञानपीठ सन्देश” “लोकतंत्र बचाना है, संविधान बचाना है” पढ़कर सुनाया, राजेन्द्र सिंह, हुकुम सिंह ने देश-प्रेम गीत गाकर सभी को आत्मविभोर कर दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी विचारक राम दुलार यादव शिक्षाविद ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह सार्वजानिक जीवन में नैतिक आचरण, ईमानदारी, निर्भीकता पूर्वक निर्णय लेने के लिए प्रतिवद्ध रहे, उनकी प्रशासनिक क्षमता बेजोड़ रही, अधिकारीयों में उनके कार्यशैली की हनक परिलक्षित होती रही, वह स्वामी दयानंद, संत कबीर और राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार के वाहक रह देश को गुलामी से मुक्त कराने में तीन बार जेल की यातना झेली, लोकतंत्र की रक्षा के लिए स्वतंत्र भारत में आपातकाल में भी जेल की यातना सह संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की, उ0 प्र0 के मंत्री और मुख्यमंत्री रहते जन-कल्याणकारी अनेकों कार्य किये, ऋणमुक्ति विधेयक1939, जमींदारी प्रथा का उन्मूलन 1952, पटवारी की जगह लेखपाल पद का सृजन किया, जिससे किसानो, कमजोर वर्गों को शोषण से मुक्ति मिली, गरीबों, पिछड़ों, वंचितों को अधिकार प्राप्त हुआ, वे भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद सांठ-गाँठ वाले पूजीवाद के घोर विरोधी रहे।
श्री यादव ने कहा कि आजादी के 78 वर्ष हो गये आज स्थिति बदली हुई है भारत के कुल 1% लोग मिली भगत से देश की आधी संपत्ति के मलिक हो गये है, और 70 करोड़ लोग मात्र जी0डी0पी0 का 3% ही उपयोग कर पा रहे है, घोर विषमता आर्थिक क्षेत्र में बढती जा रही है, नफ़रत, असहिष्णुता, इर्ष्या, अहंकार का वातावरण बनाया जा रहा है, धार्मिक पाखंड और कुप्रथाओं के कारण सामाजिक ताना-बाना चरमरा रहा है, संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जाना राजनैतिक आजादी पर ग्रहण लगाने जैसा है, हमें चौधरी चरण सिंह के विचार से प्रेरणा ले सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, शैक्षिक गैरबराबरी दूर करने का प्रयास करना चाहिए, तथा जाति और धार्मिक पाखंड से ऊपर उठकर समाज और जमात को जोड़ने का कार्य करना चाहिए, तभी देश में सद्भाव, भाईचारा, प्रेम और सहयोग की नींव मजबूत होगी, चधारी चरण सिंह का सपना साकार होगा।
कार्यक्रम में श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित करने वाले प्रमुख रहे, समाजवादी चिन्तक राम दुलार यादव, जगन्नाथ प्रसाद, समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष वीरेन्द्र यादव एडवोकेट, ओम प्रकाश अरोड़ा, ब्रह्म प्रकाश, वीर सिंह सैन, अनिल मिश्र, हुकुम सिंह, अवधेश यादव, राजेन्द्र सिंह, रामेश्वर यादव, हाजी मोहम्मद सलाम, मुनीव यादव, ताहिर अली, नागेन्द्र मौर्य, अमृतलाल चौरसिया, हरेन्द्र यादव, विजय भाटी एडवोकेट, फूलचंद पटेल, अमर बहादुर, दिलीप यादव, सुभाष यादव, हरिकृष्ण, शिवानन्द चौबे, राजपाल यादव, सुरेन्द्र यादव, राजीव गर्ग, रोहित सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।