रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- ज्योतिषाचार्य व धर्म गुरू आचार्य दीपक तेजस्वी ने कहा कि गुरूवार 4 दिसंबर को साल की आखिरी पूर्णिमा है, जिसे मार्गशीर्ष पूर्णिमा कहा जाता है। मार्गशीष पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की कर पूजा-अर्चना करने से सभी बिगड़े काम पूरे होते हैं और जीवन में सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष माह को बहुत अधिक महत्व दिया गया है क्योंकि श्रीमदभागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने मार्गशीर्ष को अपना ही स्वरूप बताया है।
इसी कारण मार्गशीर्ष माह में आने वाली पूर्णिमा का महत्व और भी अधिक बताया गया है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन दान करने का भी विशेष महत्व है। इस दिन भगवान चिष्णु व मां लक्ष्मी की पूजा करने के बाद श्रद्धा अनुसार दान करने से जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं रहती है और धन-अन्न के भंडार भरे रहते हैं। इस दिन गुड़ का दान करने से धन लाभ होता है और रिश्तों में मधुरता आती है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन घर और मंदिर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखना भी जरूरी है क्योंकि मां लक्ष्मी का वास साफ-सफाई वाली जगह पर ही होता है। इस दिन भक्ति भाव से पवित्र नदियों में स्नान व जरूरतमंदों को अन्न-धन का दान करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है व दीप दान करने से समस्त बाधाओं का नाश होता है।