रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- भूड़ भारत नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सिमरन सभा में श्री गुरु नानक देव जी के 556 वें प्रकाश पर्व पर कीर्तन दरबार का आयोजन किया। कीर्तन दरबार में रागी जत्थों ने गंुरू नानक देव जी की महिमा का बखान कर संगत को निहाल कर दिया। सबसे पहले हजूरी रागी अमरजीत सिंह द्वारा मधुर कीर्तन से हुई, जिन्होंने गुरु नानक देव जी की बाणी का रसपान कराया गया। इसके पश्चात भाई गुरदीप सिंह जी ने एक घंटे तक अमृतमयी कीर्तन कर संगत को नाम रस में लीन किया। इसके बाद, दिल्ली स्थित गुरुद्वारा बंगला साहिब से पधारे भाई साहिब सिंह जी ने कीर्तन कर सभी श्रद्धालुओं को आत्मिक शांति और गुरु प्रेम का संदेश दिया। उनकी वाणी ने पूरे दीवान हाल को गुरु कृपा के रंग में रंग दिया।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार जोगिंदर सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी के संदेश आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक है। आज जब समाज तनाव, भेदभाव और आत्मकेंद्रितता से जूझ रहा है, तब गुरु जी की शिक्षा “नाम जपो, किरत करो, वंड छको” मानवता को एकता, श्रम और बाँटने की भावना से जोड़ने का रास्ता दिखाती है। गुरुद्वारा साहिब के सचिव सरदार हरचरणजीत सिंह ने कहा कि गुरु जी ने सच्चे अर्थों में “समानता और मानवता” की नींव रखी थी, जो आज भी हमें धार्मिक सहिष्णुता, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और समाजसेवा की प्रेरणा देती है।
कुलदीप सिंह, चरणजीत सिंह लक्की, अनिल कुमार, सतनाम सिंह, जगमोहन सिंह, जी.के. सिंह, गुरविंदर सिंह चावला, इकबाल सिंह, हाकम सिंह, बलजीत सिंह, जसबीर सिंह आदि ने विशेष सहयोग दिया।