ICIM के चेयरमैन सतेंद्र सिंह ने मोदी सरकार के “नेक्स्ट-जन GST सुधारों” का किया स्वागत




रिपोर्ट :- अजय रावत 

नई दिल्ली :- इंडियन काउंसिल ऑफ इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट (ICIM) ने आज मोदी सरकार द्वारा घोषित ऐतिहासिक नेक्स्ट-जनरेशन GST सुधारों का स्वागत किया है। संगठन ने इसे उद्योगों, व्यवसायों और आम आदमी के लिए सबसे बड़ा और सकारात्मक परिवर्तन बताया है।

ICIM के चेयरमैन सतेंद्र सिंह ने कहा कि यह सुधार—GST की संरचना को सरल बनाते हुए अब केवल दो दरों (5% और 18%) पर केंद्रित कर दिया गया है, जबकि कुछ सीमित डिमेरिट/लक्ज़री वस्तुओं पर 40% दर रखी गई है—GST लागू होने के बाद का सबसे बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा, “यह सुधार पैकेज न केवल उद्योगों की प्रतिस्पर्धा क्षमता बढ़ाएगा बल्कि आम नागरिकों के लिए जीवन आसान और सस्ता बनाएगा।”

GST सुधारों की मुख्य विशेषताएँ
सरल संरचना: चार दरों से घटकर अब केवल 5% और 18%, जबकि कुछ विशेष वस्तुओं पर 40% कर।
स्वास्थ्य क्षेत्र में राहत: जीवनरक्षक दवाओं को शून्य दर (NIL), अन्य दवाओं व कई मेडिकल उपकरणों को 5% पर लाया गया।
बीमा क्षेत्र में बड़ा लाभ: सभी व्यक्तिगत जीवन एवं स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों को GST से मुक्त किया गया।
रोज़मर्रा की चीजें सस्ती: दूध, पनीर, भारतीय ब्रेड जैसी वस्तुएँ अब NIL, जबकि साबुन, टूथपेस्ट, ब्रश, साइकिल, किचनवेयर आदि केवल 5% पर।
ऑटो व इन्फ्रास्ट्रक्चर: छोटे कार, टू-व्हीलर, बसें, एम्बुलेंस और सीमेंट अब 18% पर; सभी ऑटो पार्ट्स पर समान 18% कर।
सेवाओं में राहत: जिम, सैलून, योग केंद्र, नाई की सेवाएँ अब केवल 5%; बजट होटल (₹7,500 तक) पर भी 5%।
MSME और निर्यात को लाभ: उलटे कर ढांचे में सुधार, सेवाओं के निर्यात पर टैक्स विवाद का समाधान।


उद्योगों और व्यवसायों के लिए लाभ
टैक्स संरचना सरल, अनुपालन आसान।
सीमेंट, टेक्सटाइल्स, रिन्यूएबल्स और ऑटो क्षेत्र में इनपुट लागत में कमी।
MSME के लिए नकदी प्रवाह बेहतर होगा।
निर्यातकों को “प्लेस ऑफ सप्लाई” सुधार से राहत मिलेगी।
GST अपीलीय न्यायाधिकरण (GSTAT) शीघ्र ही शुरू होकर विवादों का त्वरित निस्तारण करेगा।

ICIM ने सभी उद्योगों और कंपनियों को सलाह दी है कि वे अपनी बिलिंग सिस्टम अपडेट करें, इन्वेंट्री का पुनः मूल्यांकन करें, कॉन्ट्रैक्ट संशोधित करें और उपभोक्ताओं को लाभ पास ऑन करें।


आम आदमी के लिए फायदे
जीवन व स्वास्थ्य बीमा सस्ता और सुलभ।
रोज़मर्रा की वस्तुओं, दवाओं और मेडिकल उपकरणों पर कम खर्च।
छोटे वाहन, टू-व्हीलर और सीमेंट पर टैक्स घटने से घर व परिवहन की लागत कम।
जिम, योग व सैलून जैसी सेवाएँ और अधिक किफ़ायती।


ICIM की भूमिका
ICIM अपने सदस्यों के लिए:
HSN-वार दर गाइड प्रकाशित करेगा।
वेबिनार व हेल्पडेस्क का आयोजन करेगा।
उद्योगों को इस बदलाव के क्रियान्वयन और अनुपालन में सहयोग देगा।

अंत में, सतेंद्र सिंह ने कहा:
“नेक्स्ट-जन GST सुधार भारत की अर्थव्यवस्था के लिए ऐतिहासिक कदम हैं। यह सुधार न केवल उद्योगों को मजबूती देंगे बल्कि आम नागरिकों की जेब पर सीधा सकारात्मक असर डालेंगे। ICIM उद्योगों, नियोक्ताओं और पेशेवरों को इस परिवर्तन में मार्गदर्शन देने के लिए प्रतिबद्ध है।”

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