जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल में सड़क सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन




रिपोर्ट :- अजय रावत 

गाजियाबाद :- विजयनगर स्थित देश के प्रमुख शिक्षण संस्थान जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल में सड़क सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्कूल के छात्र-छात्राओं व स्कूल के सभी ड्राइवर को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया और उन्हें सड़क सुरक्षा सम्बंधी उपायों की जानकारी दी गई।
यातायात इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव व संतोष कुमार सिंह ने बच्चों को बताया कि सुरक्षित ड्राइविंग के लिए 10 सड़क सुरक्षा नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए। इन नियमों में पहला सीटबेल्ट पहनना सबसे आसान और सबसे कारगर सुरक्षा उपाय है। आगे की सीट पर बैठे हों या पीछे की सीट पर, सीटबेल्ट पहनने से दुर्घटना की स्थिति में चोट लगने का जोखिन काफी हद तक कम हो जाता है। सड़क पर अनुशासन बनाए रखने के लिए ट्रैफिक सिग्नल का पालन करना जरूरी है। गाड़ी चलाते समय ध्यान केंद्रित रखना चाहिए व मोबाइल फोन या किसी दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए ताकि ध्यान सड़क से ना भटके। तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना सड़क दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण है। 

अतः अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए हमेशा गति सीमा के भीतर ही गाड़ी चलाएँ। अचानक रुकने की स्थिति में पर्याप्त प्रतिक्रिया समय के लिए अपने वाहन और आगे वाले वाहन के बीच 3 सेकंड का अंतर रखें। लंबी ड्राइव थका देने वाली हो सकती है। अतः थकान से निपटने के लिए बार बार ब्रेक लें। सुरक्षित ड्राइविंग के लिए धैर्य भी बहुत जरूरी है। खराब मूड में गाड़ी चलाने से बचना चाहिए। हमेशा जेबरा क्रॉसिंग का इस्तेमाल करें और सड़क पार करने से पहले आने वाले ट्रैफिक की जाँच जरूर करें। बारिश, कोहरा और अन्य प्रतिकूल मौसम की स्थिति में धीरे और सावधानी से गाड़ी चलाएँ। 

उन्होंने बच्चों से कहा कि 18 साल से पहले गाड़ी ना चलाएं। ऐसा करने पर माता पिता को 25000 रुपये तक का जुर्माना और या 3 साल तक की जेल हो सकती है। साथ ही नाबालिग का 25 साल की उम्र तक ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनेगा। स्कूल के डायरेक्टर डॉ करूण कुमार गौड़ व प्रधानाचार्या अंजू गौड़ ने दोनों अतिथियों का स्वागत किया। डॉ करूण कुमार गौड़ ने कहा कि आज सड़क दुर्घटनाओं में लगातार बढोत्तरी हो रही है। इसका मुख्य कारण सड़क सुरक्षा उपायों की अनदेखी करना है। हमें दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट अवश्य पहनना चाहिए। गाडी सीट बेल्ट का उपयोग करना चाहिए। तेज रफ्तार से गाडी न चलाएं और ना ही गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करें। इन उपायों को अपनाकर ही हम सुरक्षित रह सकते हैं। 

प्रधानाचार्य अंजू गौड़ ने कहा कि सड़क पर हमें इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि घर पर कोई हमारा इंतजार कर रहा है। इससे हमें यातायात नियमों का पालन करने की प्रेरणा मिलेगी। हम यातायात नियमों का पालन करेंगे तो सड़क दुघर्टनाओं पर अपने आप ही अंकुश लग जाएगा और हर वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में जो लाखों लोग जान गंवा बैठते हैं, उसका सिलसिला भी रूक जाएगा, कार्यक्रम के अन्त में यातायात इंस्पेक्टर ने सभी को यातायात के नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई तथा डायरेक्टर डॉ करूण कुमार गौड़ व प्रधानाचार्या अंजू गौड़ ने यातायात अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त किया।

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