◼️श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने उनका अभिनंदन किया
◼️महाराजश्री व स्वामी दीपांकर ने कहा, धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई के लिए केंद्र सरकार हस्तक्षेप करे
रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- हिंदुओं को एकसूत्र में पिरोने के लिए देश भर में भिक्षा यात्रा कर गांव-गांव में जाकर जाति हटाओ हिंदू एक हो जाओ की अलख जगाने वाले स्वामी दीपांकर मंगलवार को ऐतिहासिक श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना की व उनका अभिषेक किया। मंदिर में विराजमान अन्य देवी-देवताओं व गुरू मूर्तियों की समाधि की पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज से मुलाकात की। महाराजश्री ने उनका पटका पहनाकर व स्मृति चिंह भेंटकर अभिनंदन किया। स्वामी दीपांकर व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने पत्रकारों के साथ बातचीत भी की। स्वामी दीपांकर ने कहा कि आज बांग्लादेश ही नहीं खुद भारत में भी हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। हिंदुओं पर आए दिन हमले हो रहे हैं। समूचे हिंदू धर्म को ही निशाना बनाया जा रहा है तो इसका एकमात्र कारण हिंदुओं का एकजुट ना होना व विभिन्न जातियों में बंटना है। उनकी भिक्षा यात्रा का उददेश्य जातिवाद को खत्म कर हिंदुओं को एकसूत्र में पिरोना है।
अपनी यात्रा के दौरान वे जगह-जगह हिंदुओं के बीच जाकर उनसे भिक्षा स्वरूप जातीय बंधन से मुक्त होने का संकल्प मांगते हैं। एक सनातनी होने का प्रण दिलाते हैं। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि स्वामी दीपांकर की भिक्षा यात्रा हिंदू सनातन धर्म को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाएगी। आज पूरे विश्व में हिंदुओं की जो दुर्दशा है और बांग्लादेश व पाकिस्तान जैसे देशों में हिंदुओं पर जो अत्याचार हो रहा है, उसका एकमात्र कारण हिंदुओं का विभिन्न जातियों बंटना ही है। जिस दिन हम जातिवाद के बंधनसे मुक्त होकर एकजुट हो जाएंगे उस दिन वूरे विश्व में सनातन धर्म का परचम लहराएगा और हिंदू पूरी तरह से सुरक्षित होंगे। हिंदुओं को जागना होगा और एक होना होगा, तभी उनका मान-सम्मान व अस्तित्व बच पाएगा।
स्वामी दीपांकर व श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों, मंदिरों पर हमलांें व हिंदुओं के प्रतिष्ठानों को निशाना बनाए जाने तथा बांग्लादेश में इस्कॉन के धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी की निंदा की। साथ ही इस मामले में केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप कर हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने व इस्कॉन के धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास समेत सभी संतों को रिहा कराए जाने की मांग की।
हिंदुओं का जबरदस्त समर्थन भी मिल रहा है। अपनी इस यात्रा के दौरान मंगलवार 3 दिसंबर को वे ऐतिहासिक श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर पहुंचेंगे और श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि के साथ भगवान दूधेश्वर की पूजा.अर्चना करेंगे। पूजा.अर्चना के बाद स्वामी दीपांकर व महाराजश्री प्रेस कोक सम्बोधित करेंगे। प्र्रेस वार्ता में बांग्लादेश में हिंदुआंें पर हो रहे अत्याचारों व चिन्मय कृष्ण दास व अन्य संतों की गिरफतारी का विरोध कर केद्र सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की जाएगी।
केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं पर अत्याचार हस्तक्षेप कर अत्याचार रुकवाए।वह आर्य समाज संदेश विहारएपीतमपुराए तिलक नगरएमालवीय नगर नई दिल्ली में आयोजित सभाओं में संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि समय की मांग है हिंदू समाज संगठित हो।।बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे उत्पीड़न पर आर्य समाज रोष व्यक्त करता है। मंदिरों को तोड़ना व जलाना अत्यन्त निंदनीय व मानवता को शर्मसार करने वाला है।इस्कॉन के गिरफ्तार साधुओं को भी अविलम्ब रिहा किया जाए। प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण आर्य ने कहा कि जहाँ जहाँ हिन्दू घटा वह हिस्सा देश से कटा है।
चिन्मय कृष्ण दास