भारत के प्रथम “संविधान साहित्य वाटिका “मुरादाबाद में ग़ाज़ियाबाद के गौरव महाकवि डॉ कुँअर बेचैन का भित्तिचित्र बना





रिपोर्ट :- अजय रावत 

ग़ाज़ियाबाद :- किसी भी कवि या कलाकार द्वारा किया गया कार्य अमर होता है जो इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाता है। आप सभी को बताते हुए बहुत हर्ष का अनुभव हो रहा है कि महाकवि डॉ कुँअर बेचैन फ़ाउंडेशन ग़ाज़ियाबाद के सदस्यों द्वारा कुछ ऐसे ही काम किये गये जैसे “महाकवि डॉ कुँअर बेचैन सेतु“एम०एम०एच० कॉलिज में “महाकवि डॉ कुँअर बेचैन सेमिनार हॉल “और इसी श्रृंखला में एक और मील का पत्थर ,  मुरादाबाद के संविधान साहित्य वाटिका में महाकवि डॉ कुँअर बेचैन का भित्ति चित्र उनके शेर के साथ उकेरा गया। 

अमित्र फ़ाउंडेशन्स राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट बीएल बत्रा ने बताया कि भारत के प्रथम संविधान साहित्य वाटिका, बुद्ध बिहार, दिल्ली रोड सर्किट हाउस के पीछे मुरादाबाद उत्तर प्रदेश का उद्घाटन जुलाई माह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला  एवं उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री अरविन्द शर्मा ने किया। 6 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने भी वाटिका का निरीक्षण किया।  
 
उन्होंने बताया कि इस संविधान साहित्य वाटिका का उद्देश्य युवाओं और आम नागरिकों को भारतीय संविधान की विशेषताओं से अवगत कराने का है। इसके अलावा संविधान की प्रस्तावना की भव्य प्रतिमा स्थापित की गयी है। इस पर लेजर शो का प्रदर्शन भी किया जायेगा। वहीँ साहित्यकारों के लिए ओपन थियेटर का भी निर्माण किया गया है।
  
शरद रायजादा द्वारा यह बताया गया कि वाटिका में कवि रामधारी सिंह दिनकर, सूर्य कान्त त्रिपाठी निराला, महादेवी वर्मा , कवि हरिवंश राय बच्चन के साथ महाकवि डॉक्टर कुंवर बेचैन का भी भित्तिचित्र बना है। यह पूरे ग़ाज़ियाबाद के लिए बड़े गर्व की बात है। मुरादाबाद अथॉरिटी एवं महाकवि डॉ कुँअर बेचैन फ़ाउंडेशन ग़ाज़ियाबाद के द्वारा यह कार्य बहुत ही सराहनीय और प्रशंसनीय है।

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