श्री सिद्धेश्वर महादेव कुटी में मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना हुई


◼️मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना से सभी रोग-कष्ट दूर होते हैंः महंत मुकेशानंद गिरि महाराज वैद्य

◼️छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए वीपीवी पब्लिक स्कूल ने मंदिर में चल रहे अनुष्ठान में पूजा-अर्चना कराई 



रिपोर्ट :- अजय रावत 

गाजियाबाद :- श्री सिद्धेश्वर महादेव कुटी, पाइप लाइन मकरेडा में श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के पावन सानिध्य व अध्यक्षता तथा मंदिर के महंत मुकेशानंद गिरि महाराज वै़द्य की देखरेख में आयोजित नवरात्रि अनुष्ठान में गुरूवार को मां के छठे स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना हुई। विभिन्न शहरों से आए भक्तों ने मां की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। वीपीवी पब्लिक स्कूल गुरुकुल पाईप लाईन मार्ग मकरेड़ा के  प्रबंधक कृष्णदेव आर्य व प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार ने अपने स्कूल के छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य हेतु मां की कृपा हेतु कुटी पर चल रहे अनुष्ठान में पूजा कराई तथा महंत मुकेशानंद गिरी महाराज वैद्य से आशीर्वाद दिलाया। 

महंत मुकेशानंद गिरि महाराज वैद्य ने बताया कि मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना से सभी रोग.दोष दूर होते हैं। मां अपने भक्तों को सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार देवी कात्यायनी को ऋषि की पुत्री होने के कारण कात्यायनी नाम मिला था। इनकी चार भुजाओं में अस्त्र, शस्त्र व कमल हैं और इनका वाहन सिंह हैं। इन्हें ब्रज मंडल की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। गोपियों ने भगवान कृष्ण की प्राप्ति के लिए इनकी ही पूजा की थी। महंत मुकेशानंदी गिरी महाराज वैद्य ने बताया कि मंदिर में 9 अप्रैल 2024 से अनवरत श्री चंडी महायज्ञ चल रहा है। 

एक वर्षीय इस महायज्ञ की पूर्णाहुति 7 अप्रैल को महारात्रि अनुष्ठान के साथ होगी। मंदिर में प्रतिदिन पूजन सुबह 8 बजे से, मार्जन प्रातः 9 बजे से फलाहार दोपहर 1 बजे से, हवन सांय 4 बजे से व आरती सांय 6.30 बजे से होगी। 6 अप्रैल को रामचरित मानस का पाठ होगा और भगवान राम का जन्मोत्सव धूमधाम व श्रद्धाभाव से मनाया जाएगा। 7 अप्रैल को पूजन प्रातः 8 बजे से हवन होगा। सम्पूर्ण आहुति प्रातः 9 बजे से, मार्जन 11 बजे से कन्या पूजन व प्रसाद वितरण दोपहर 1 बजे से होगा। महंत मुकेशानंद गिरि महाराज ने सभी मां भक्तों से नवरात्रि अनुष्ठान में भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि भक्तों को एक वर्षीय मां के अनुष्ठान से  मां जगदम्बा की अर्जित शक्ति का लाभ भी मिलेगा। मां की भक्ति से ओत-प्रोत आयोजन में भोजन और रहने की व्यवस्था भी है।

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