रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- अंतरराष्ट्रीय वैश्य संगठन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष दीपक गोयल ने वैश्य समाज के व्यापारी के साथ मेरठ के भाजपा नेता द्वारा दिखाई गई गुंडईता को लेकर बताया कि मेरठ की घटना ने पूरे वैश्य समाज को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक साधारण नागरिक को केवल पार्किंग विवाद के नाम पर नाक रगड़वाकर अपमानित किया गया और यह सब तब हुआ जब पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना खड़ा रहा। क्या यही हमारे लोकतंत्र की मर्यादा है? क्या यही वह “सबका साथ, सबका विकास” का संदेश है, जिसका हम वर्षों से समर्थन करते आ रहे हैं? हम, वैश्य समाज, न किसी से टकराव चाहते हैं, न राजनीति में उलझना। लेकिन जब बात “सम्मान” की हो — तब मौन रहना अधर्म है।
राजनीतिक दल बाद में आते हैं, पहले हमारा समाज है, हमारी इज्जत है। हम भाजपा के समर्थक रहे हैं और आज भी मानते हैं कि भाजपा राष्ट्रहित में कार्य कर रही है,
लेकिन यदि पार्टी के नेता ही आम नागरिकों के सम्मान को ठेस पहुँचाएँ और कोई कार्रवाई न हो — तो फिर हमें अपने हक़ और सम्मान के लिए खुद आवाज़ उठानी होगी।
अंतरराष्ट्रीय वैश्य संगठन इस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। अब केवल माफी से बात नहीं बनेगी,
हमें न्याय और ठोस कार्रवाई चाहिए।
अगर प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की,तो संगठन मेरठ में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करेगा,और आवश्यकता पड़ी तो समाज-स्तर पर बहिष्कार आंदोलन भी किया जाएगा। हमारा यह संघर्ष किसी व्यक्ति या पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि सम्मान और न्याय की पुनर्स्थापना के लिए है। अब आवाज़ लखनऊ से दिल्ली तक जाएगी। क्योंकि जब तक न्याय नहीं मिलेगा,वैश्य समाज का आंदोलन चलता रहेगा।