रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- तीर्थ नगरी हरिद्वार मैं आगामी त्योहारों के अवसर पर खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चलाने हेतु कमर कस ली है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खाद्य विभाग को मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम हेतु कड़े दिशा निर्देश दिए हैं। ।
हरिद्वार जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा जिला हरिद्वार में अलग-अलग क्षेत्र में टीमों का गठन कर मिलावटी खाद्य पदार्थ तथा मिलावटखोरों के खिलाफ सघन अभियान चलाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी महिमानंद जोशी ने बताया कि दीपावली तथा अन्य त्योहारी सीजन के चलते मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम हेतु हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में टीमों का गठन कर अभियान चलाया जाएगा। इसी कड़ी में कार्यवाही करते हुए सुमन नगर क्षेत्र में 55 किलो मिलावटी मिठाई को नष्ट किया गया।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया मिलावटी खाद्य पदार्थों की रोकथाम हेतु जनपद के सीमावर्ती क्षेत्रों से तथा अन्य राज्य से आने वाले खाद्य पदार्थ की जांच हेतु टीमों का गठन कर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। खाद्य सुरक्षा टीम द्वारा सिडकुल क्षेत्र मिठाई प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया तथा मिठाइयों के नमूने लिए खाद्य पदार्थों के मानको के अनुरूप हेतु व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। शहरी क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा अधिकारी कैलाश चंद टम्टा व दिलीप जैन के नेतृत्व में ज्वालापुर तथा हरिद्वार क्षेत्र में दूध व मिठाइयों के साथ पनीर, मावा आदि के सैंपल लिए गए। मानको का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त चेतावनी व नोटिस की कार्रवाई की गई।
प्रतिष्ठित व्यवसाईयों ने खाद्य सुरक्षा अभियान का स्वागत करते हुए कहा कि इससे आम जनता को गुणवत्ता वाली मिठाइयां व खाद्य पदार्थ उपलब्ध होंगे तथा मिलावट खाद्य पदार्थों पर रोकथाम लग सकेगीं।पुराने रानीपुर मोड़ स्थित बीकानेर मिष्ठान भंडार के स्वामी तेज सिंह पुरोहित ने अभियान का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के अभियान से जनता को शुद्ध और गुणवत्ता वाली मिठाइयां व खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। बीकानेरी मिठाइयां अपनी शुद्धता और गुणवत्ता के लिए देशभर में प्रसिद्ध है।
बीकानेरी खाद्य पदार्थ जनता में खासे लोकप्रिय हैं। हमारे बीकानेर मिष्ठान भंडार के चारों प्रतिष्ठानों में गुणवत्ता और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इससे मिलते-जुलते वाले प्रतिष्ठानों में मिठाई की गुणवत्ता में गड़बड़ी की आशंका पर इस प्रकार की कार्यवाही से काफी हद तक रोकथाम की जा सकेगी।