रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- प्रसिद्ध श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा पूर्ण विधि विधान के साथ आचार्य महामंडलेश्वर श्री महंत अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने माया देवी मंदिर तथा आनंद भैरव मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात उत्तराखंड के पौराणिक तीर्थ के लिए रवाना किया।
अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा सितंबर 2025 के अंत में हरिद्वार से शुरू हुई थी और अब यह उत्तराखंड के विभिन्न नगरों और गांवों से होते हुए गुजर रही है। यह यात्रा मुख्य रूप से हरिद्वार, गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन कर रही है और इसका उद्देश्य उपेक्षित तीर्थ स्थलों का विकास करना व लोगों को उनके पौराणिक महत्व के बारे में जागरूक करना है। यात्रा में शिक्षा और स्वास्थ्य के महत्व को भी संदेश दिया जा रहा है।
इस अवसर पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में हर क्षेत्र का विकास हो और उपेक्षित तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार हो और उनका प्रचार प्रसार कर उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा मिले। इस उद्देश्य से इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। श्री महंत हरी गिरी महाराज ने कहा उत्तराखंड की सुख समृद्धि विकास सीमावर्ती क्षेत्र के विकास तथा दुर्गम क्षेत्रों में उत्तराखंड के विकास के उद्देश्य से इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा की उत्तराखंड के विकास के लिए यहां के युवाओं के पलायन पर अंकुश लगाना आवश्यक है।
पवित्र छड़ी यात्रा लोगों के साथ सरकार को भी जागरूक करेगी ताकि उत्तराखंड में समग्र विकास हो सके और युवाओं को रोजगार मिल सके। इसका उद्देश्य उपेक्षित तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार कर उनके विकास से वंचित क्षेत्रों का भी विकास करना है। इस पवित्र छड़ी यात्रा में सो नागा साधुओं का जत्था शामिल है। पवित्र छड़ी 4 अक्टूबर शनिवार को प्रतीक्षा यात्रा कर अपने प्रथम चरण में लाखामंडल होते हुए चारों धाम के लिए प्रस्थान करेगी।