रूकमणि साक्षात लक्ष्मी स्वरूपा हैंः कथा व्यास अभिषेक भाई जी


◼️भगवान की कृपा से भागवत कथा मे कृष्ण-रूकमणि विवाह कराने का सौभाग्य प्राप्त हुआः शहर विधायक संजीव शर्मा 



रिपोर्ट :- अजय रावत 

बद्रीनाथ धामः शहर विधायक संजीव शर्मा व उनकी पत्नी ऋतु शर्मा एवं आशीष और रूबी अग्रवाल द्वारा  शिव बद्रिका धाम बद्रीनाथ में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के छठे दिन भगवान कृष्ण व रूकमणि का विवाह हुआ। भगवान के विवाह को लेकर भक्तों में बहुत उत्साह रहा। सुंदर झांकियों ने सभी को मोहित कर दिया। कथा व्यास अभिषेक भाई जी बालाजी धाम आश्रम आगरा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मणी के साथ हुआ था। 

रुक्मणी को श्रीकृष्ण द्वारा हरण करने के बाद विवाह किया गया। रुक्मणी स्वयं साक्षात लक्ष्मी हैं और वह नारायण से दूर रह ही नहीं सकती हैं। रुक्मणी ने जब देवर्षि नारद के मुख से श्रीकृष्ण के रूप, सौंदर्य एवं गुणों की प्रशंसा सुनी तो बहुत प्रभावित हुईं और मन ही मन श्रीकृष्ण से विवाह करने का निश्चय किया। रुक्मणी का बड़ा भाई रुक्मी श्रीकृष्ण से शत्रुता रखता था और अपनी बहन का विवाह राजा दमघोष के पुत्र शिशुपाल से कराना चाहता था। इसीलिए श्रीकृष्ण ने हरण कर रुक्मणी से विवाह किया। 

कथा के दौरान भजनों ने सभी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। विधायक संजीव शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण व रूकमणि के विवाह के दौरान ऐसा लगा कि मानो हम सभी द्वापर युग में पहुंच गए और भगवान के विवाह में शामिल हैं। कथा यजमान शहर विधायक संजीव शर्मा व उनकी पत्नी ऋतु शर्मा एवं आशीष और रूबी अग्रवाल ने भागवत भगवान की आरती की व कथा व्यास का स्वागत किया तथा सभी भक्तों का आभार जताया।

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