रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- “माता जीजाबाई होंगी तो शिवाजी जैसा पुत्र ही जन्म लेगा” यह शब्द राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक कैलाश जी हिन्दू साम्राज्य दिवस उत्सव के निमंत्रण पत्र के विमोचन कार्यक्रम में कविनगर रामलीला मैदान स्थित जानकी भवन में अपने विचार रखते हुए कहे।
उन्होंने अपने उद्बोधन में गाजियाबाद महानगर में 2019 से सतत् मनाये जा रहे छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के कार्यक्रम के उद्देश्य और समाज पर होने वाले उसके प्रभाव के बारे बताया।
देववृन्द, सहारनपुर से पधारे आध्यात्मिक गुरु स्वामी दीपांकर जी महाराज ने मुख्य अतिथि के रुप में अपने विचार व्यक्त करते हुए सनातन धर्म और संस्कृति के दृढ़ीकरण में इस प्रकार के समाज पर प्रभाव छोड़ने वाले कार्यक्रमों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारम्भ में स्वामी दीपांकर जी महाराज, कैलाश जी, विजय शंकर, हनुमत कथा वाचक अरविन्द भाई ओझा, आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
तदुपरान्त कार्यक्रम आयोजन समिति के सर्व व्यवस्था प्रमुख मनमीत ने 8 जून को होने वाले कार्यक्रम के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम सम्बन्धित आगंतुकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि आज यहां आते समय तक आप अतिथि थे किन्तु यहां से जाते समय आप आयोजन समिति के सदस्य के रुप में जायेंगे।
कार्यक्रम के अन्त में आयोजन समिति के अध्यक्ष विजय शंकर जी ने आशीर्वचन में कहा कि कार्यक्रम के बारे में आपकी जो भी अपेक्षाएं हैं हमारा प्रयास होगा कि हम उनका समाधान करें।
इस अवसर पर आगामी 8जून को शिवाजी के राज्याभिषेक दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले हिन्दू साम्राज्य दिवस के कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।
मंच संचालन अतुल अत्रि ने किया। कार्यक्रम में पं विष्णु दत्त,"सरस", डा मधु पोद्दार, मेजर डा. प्राची गर्ग, डा आरती बंसल, दीप्ति मित्तल, विपुल, ललित जायसवाल, कृष्णवीर सिरोही, पूनम विशनोई,अनिल साँवरिया,रजनीश,देवेंद्र कुमार,विनीत गोयल आदि उपस्थित रहे।