हरिद्वार नगर निगम की सराय ‌स्थित भूमि ‌ खरीद मामले में भारी अनियमितताएं,‌ चार निगम अधिकारी सस्पेंड





रिपोर्ट :- विकास शर्मा


हरिद्वार :- ‌सराय स्थित नगर निगम द्वारा  क्रय की गई भूमि जांच के घोटाले में आ गई है। नगर आयुक्त की आख्या में गड़बड़ी मिलने के बाद सरकार ने निगम के छोटे अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है।मामले को लेकर चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। जबकि वित्त अधिकारी को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी हुआ है।                                         
विदित हो कि‌ हरिद्वार मेयर किरण जैसल द्वारा सराय स्थित क्रय की गई ‌हरिद्वार नगर निगम की जमीन में घोटाले ‌का मामला मुख्यमंत्री ‌पुष्कर सिंह धामी ‌के संज्ञान में ‌लाया गया। मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ‌ जमीनी मामले में जांच के आदेश दे दिए थे। जांच में जांच अधिकारी सीनियर आईएएस अधिकारी रणवीर सिंह चौहान को नियुक्त किया गया। जांच में पाया जो भूमि खरीदी है उसका लैंड यूज कृषि था। तब उसका सर्किल रेट छह हजार रुपये के आस पास था। ऐसे में खरीदी गई जमीन की कीमत 15 करोड़ के आसपास बैठती है। परन्तु लैंड यूज चेंज कर ‌ इस जमीन के खेल में खेल के बाद भूमि की कीमत 54 करोड़ के आस पास हो गई।

नगर निगम हरिद्वार ने नवंबर 2024 में सराय कूड़ा निस्तारण केंद्र से सटी 33 बीघा भूमि का क्रय किया था। ये भूमि 54 करोड़ रुपए में खरीदी थी, जबकि छह करोड़ रुपए स्टाप ड्यूटी के तौर पर सरकारी खजाने में जमा हुए थे।जमीन खरीद घोटाले मामले में जांच अधिकारी सीनियर आईएएस रणवीर सिंह चौहान ने चार अफसरों को निलंबित कर दिया है। 

इनमें सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल, अधिशासी अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण , कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट और जेई दिनेश चंद्र कांडपाल शामिल हैं। इस करवाई के बाद निगम में हड़कंप मच गया है। ये चारों जमीन खरीद मामले के लिए बनाए गई समीति में थे।

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