रिपोर्ट :- अजय रावत
गाज़ियाबाद :- एनसीआर में डॉ बी पी त्यागी का बड़ा बयान पॉल्यूशन को लेकर डॉ बी पी त्यागी ने कहा कि एनसीआर में पॉल्यूशन ने तोड़े सारे रिकॉर्ड आपको बताते चलें पॉल्यूशन लेवल है वह अब 1600 के करीब है जो इंटरनेशनल मॉनिटर बता रहा है लेकिन जो भारत का मॉनिटर है वह 500 से ऊपर नहीं बता पता है इसलिए बताया जा रहा है कि 500 है लिमिट लेकिन एक्चुअल लिमिट जो है वह 1600 है और उसके पार है यह एक मेडिकल इमरजेंसी है और इसमें पॉल्यूशन में जो एक कण होता है उसका नाम है 2.5 एमएम कण है वह हमारे नाक के रास्ते से फेफड़े की झिल्ली से पार होते हुए खून में मिल जाता है और 2.5 एमएम कण जो हमारी जितनी भी खून की नसे होती।
उन पर सूजन पैदा करता है उसके साथ कैल्शियम वहां डिपॉजिट हो जाता है तो उसे ब्रेन अटैक हो सकता है उसे हार्ट अटैक हो सकता है उसे लिवर खराब हो सकता है गुर्दे खराब हो सकते हैं उसे किसी भी अंग का कैंसर हो सकता है जैसे स्कैमस सेल कार्सिनोमा हो सकता है एडिनोकार्सिनोमा हो सकता है और स्क्रीन की सारी एलर्जी बालों की एलर्जी अस्थमा यह सब उसे होता है और अगर कोई अस्थमा का मरीज हो तो वह मल्टी ऑर्गन फैलियर में चला जाता है जो हमारी प्रेग्नेंट बहने हैं उन बच्चों में कंजेनाइटल डिफेक्ट होते हैं जैसे न्यूरल ट्यूबल डिफेक्ट होता है या हार्ट डिजीज होती है जो बूढ़े है और इम्यूनो कॉम्प्रोमाइज है उनको यह कण बहुत ही खतरनाक होता है उनकी जान ले सकता है जो हमारे बड़े पोधे है उनमें 18 गुना हार्मफुल इफ़ेक्ट है उनकी पत्तियां पर एक सेंटीमीटर के करीब धूल मिट्टी जमा हो चुकी है तो उनकी जो अपनी नॉर्मल प्रक्रिया है फोटोसिंथेसिस कि वह नहीं हो पा रही है उसकी वजह से कार्बन डाइऑक्साइड अंदर नहीं जा रही है।
वह ऑक्सीजन बाहर नहीं निकल पा रहे हैं एनवायरमेंट में ऑक्सीजन जो पहले 21% थी वह अब 6% रह गई है इसलिए भी सांस में लोगों को दिक्कत आ रही है अब यह जो मुद्दा पराली वाला उठाया है इन लोगों ने एक्शन में पराली वाला मुद्दा नहीं है दिल्ली के आसपास 16 के करीब कोयले के प्लाट है जिससे पॉल्यूशन बढ़ रहा हैऔर वह इस लेवल तक पहुंच रहा है कि लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है दूसरा कंस्ट्रक्शन वर्क हमेशा एनसीआर में चलता रहता है उनको नहीं रोका जाता है और ग्रैप फॉर जो इन्होंने स्टार्ट किया है उसको सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जब तक हम इसको नहीं हटाएंगे तब तक लागू रहेगा इससे कुछ संभावना है कि शायद यहां के वातावरण में कुछ सुधार आए लेकिन तब तक के लिए डॉ बी पी त्यागी ने एडवाइजर सभी नागरिकों के लिए यह सलाह दी जाती है। कि सब मांस पहन के बाहर निकले मांस कपड़े का होना चाहिए लेयर होना चाहिए और गिला करके पहने तो बहुत अच्छा है एडेक्वेट पानी पिए अगर 60 किलो का आदमी है तो 3 लीटर कम से कम पानी पिए एक दिन में और हरी सब्जियां खूब खाएं जो एंटीऑक्सीडेंट का काम करती है और अच्छा तो यह है ,की बिना काम के बाहर न जाएं हो सके तो अंदर घर में रहे और अपने घर में भी एयर प्यूरीफायर लगाएं या ऐसे प्लांट लगाए जो हवा को साफ करते रहे।
लेकिन जो हमारे मजदूर भाई हैं बाहर काम करते हैं ढेली पटरी वाले हैं उनको यह सलाह दी जाती है कि आप सूती कपड़े पहने अपने शरीर को पूरे को कवर करें और मास्क जरूर पहनें अपने पास पानी की बोतल हमेशा रखें और अगर कोई भी परेशानी आती है तो मेडिकल एड ले उसमें कोई ऐसा ना सोचे कि मेडिकल ऐड नहीं मिलेगी मेडिकल एड मिल जाएगी अगर गवर्नमेंट में लेना चाहेंगे गवर्नमेंट में मिलेगी अगर नहीं लेना तो मिलती है गवर्नमेंट में तोहर्ष ईएनटी अस्पताल आ सकते हैं ।हम अपने अस्पताल में हर तरह की सुविधा देंगे ।