◼️मोहित चौधरी पर लगा पूरा 'लव गैंग' चलाने का आरोप, पीड़िता ने ACP को सौंपा प्रार्थना पत्र
रिपोर्ट :- अजय रावत
गाजियाबाद :- एनसीआर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शख्स मोहित चौधरी पर प्यार के झूठे जाल में फंसाकर लड़कियों का शारीरिक शोषण करने, धोखाधड़ी करने, मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़िता दीपा विश्वकर्मा ने वेव सिटी के ACP को विस्तृत प्रार्थना पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है। दीपा का दावा है कि मोहित एक पूरा 'गैंग' चलाता है, जो दर्जनों लड़कियों को फंसाकर उनका जीवन बर्बाद कर रहा है।
दीपा विश्वकर्मा (उम्र करीब 25-30 वर्ष), जो गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र की निवासी हैं, ने बताया कि वर्ष 2022 में नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करते हुए उनकी मुलाकात मोहित चौधरी से हुई। मोहित ने प्यार का नाटक रचकर उन्हें जन्मदिन पार्टी के बहाने अपने फ्लैट पर बुलाया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश कर दिया। सहमति के बिना शारीरिक संबंध बनाने के बाद जब दीपा ने विरोध किया, तो मोहित ने शादी का झांसा देकर उन्हें चुप करा लिया। दीपा के माता-पिता से मिलकर भी उसने झूठे वादे किए, जिसके चलते 5 जुलाई 2023 को गाजियाबाद के गोविंदपुरम में हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली गई। शादी में दीपा के परिवार ने 10 लाख रुपये से अधिक खर्च किए, लेकिन मोहित ने उन्हें कभी अपने असली परिवार से नहीं मिलवाया और कहा कि उसके माता-पिता जीवित नहीं हैं।
शादी के बाद सच्चाई खुली – मोहित पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं! उसकी पहली पत्नी ने दीपा के फ्लैट में घुसकर हंगामा किया और दोनों ने मिलकर दीपा के साथ मारपीट शुरू कर दी। मोहित ने अवैध हथियार (देशी कट्टा) दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। वंदना मलिक नाम की एक महिला, जिसे मोहित अपनी बहन बताता है, ने भी दीपा की सोने की चेन और कान के टॉप्स छीन लिए। मोहित ने शादी के नाम पर दीपा के गहने, जेवरात और 5 लाख रुपये हड़प लिए। दीपा फिर गर्भवती हुईं और एक 14 महीने के बेटे को जन्म दिया, लेकिन मोहित बच्चे का खर्च तक नहीं उठाता।
दीपा ने बताया कि मोहित सेक्स की दवाएं इस्तेमाल कर लड़कियों को फंसाता है और उनके पैसे ऐशो-आराम में उड़ाता है। बिसरख थाने में शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि दीपा को मोहित के साथ रहने की सलाह दी। डर के मारे दीपा वापस लौटीं, लेकिन फिर घर से निकाल दिया गया। अब अनजान नंबरों से धमकियां और गालियां मिल रही हैं। मोहित की पहली पत्नी ने दीपा के इकलौते भाई को मारने की धमकी दी है।
दीपा ने प्रेस वार्ता कर दावा किया कि मोहित ने एक दर्जन से अधिक लड़कियों को अपने जाल में फंसाया है। दीपा ने बताया कि मैंने खुद पता किया तो जांच में 5-6 पीड़िताएं सामने आईं, जो समाज में बदनामी के डर से चुप हैं। दीपा ने 27 अक्टूबर को क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने में लिखित सूचना दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 28 अक्टूबर को ACP वेव सिटी से मुलाकात कर प्रार्थना पत्र सौंपा, जहां ACP ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पीड़िता दीपा ने गुहार लगाई, "मैं एक असहाय मां हूं, मेरा बच्चा भूखा मर रहा है। मोहित और उसके गैंग ने मेरी जिंदगी तबाह कर दी। पुलिस सही जांच करे तो पूरा गिरोह बेनकाब हो जाएगा।" परिवार डर के साये में जी रहा है।
पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद से मांग उठी है कि मोहित चौधरी, उसकी पहली पत्नी, वंदना मलिक और अन्य आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 376 (बलात्कार), 420 (धोखाधड़ी), 506 (धमकी), 498A (घरेलू हिंसा) सहित सख्त धाराओं में FIR दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी हो।