रिपोर्ट :- विकास शर्मा
हरिद्वार :- आस्था की नगरी हरिद्वार में बुद्ध पूर्णिमा पर्व पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए दूर दूर से श्रद्धालुओ का आना प्रातः से ही आरंभ हो गया था। गंगा स्नान हेतु श्रद्धालुओं की हरिद्वार के घाटों पर स्नान करने हेतु भीड़ रही। पौराणिक हर की पौड़ी पर गंगा स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
बुद्ध पूर्णिमा अवसर पर गंगा स्नान कर मां गंगा की पूजा अर्चना कर अपने परिजनों के लिए आशीर्वाद मांगा। मान्यता है कि आज ही के दिन बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी दिन बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।आज ही बुद्ध का महानिर्वाण भी हुआ था। मान्यता के अनुसार आज ही के दिन भगवान कृष्ण ने सुदामा को विनायक उपवास रखने का महत्व बताया था और भगवान ने नृसिंह अवतार लिया था।बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर पूजन करने से असीम पुण्य का लाभ मिलता है।
धर्म के जानकारों ने बताया कि आज भगवान नारायण के अवतारों में से नवम अवतार बुद्धावतार को माना गया है।वैशाख में शुक्ल पक्ष की पूर्णमासी के दिन बुद्धावतार इस धरती पर अवतरित हुए थे और आज ही उनको बुद्धत्व यानी ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस कारण से बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए भी पर्व खास है।आज के दिन सबसे अधिक महत्व गंगा स्नान का बताया गया है और दान पुण्य करने से मनुष्यों के हर मनोरथ पूरे होते हैं।आज के दिन स्नान मात्र से कई दोषों से मुक्ति मिल जाती है।
हरिद्वार गंगा स्नान करने आए श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा स्नान का वैसे ही महत्व है, लेकिन बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान करने से असीम पुण्य का लाभ मिलता है। गंगा स्नान करने से कष्ट दूर होते हैं और मनुष्यों के पाप नष्ट होते हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु हरिद्वार प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यात्रियों की सुरक्षा हेतु पैरामिलिट्री फोर्स को भी तैनात किया गया। बुद्ध पूर्णिमा अवसर पर डाइवर्ट यातायात प्लान लागू किया गया है।